लेखक का परिचय

 

पंडित विष्णु शर्मा

पंडित विष्णु शर्मा संस्कृत के एक प्रसिद्ध विद्वान थे, जो दक्षिण भारत के महिलारोप्य नामक नगर में रहते थे। विष्णु शर्मा को मुख्य रूप से संस्कृत की नीतिपरक पुस्तक पंचतन्त्र के लिए जाना जाता है। विभिन्न प्रमाणों के आधार पर इस पुस्तक को लिखने के पीछे का कारण बताया जाता है कि महिलारोप्य के राजा अमरशक्ति के तीन पुत्र थे। राजा अपने पुत्रों को राजनीति और नीतिशास्त्र में कुशल बनाने के लिए एक योग्य शिक्षक  खोज रहे थे। उस समय पंडित विष्णु शर्मा राजनीति और नीतिशास्त्र के कुशल विद्वान माने जाते थे। अतः राजा ने उन्हीं को यह जिम्मेदारी सौंपना उचित समझा। पंडित विष्णु शर्मा ने राजा के इस प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया। इसके बाद उन्होंने राजकुमारों को शिक्षित करने के लिए कुछ कहानियों की रचना की, जिनके माध्यम से वह उन्हें नीति का पाठ सिखाया करते थे। इन कहानियों का राजकुमारों पर बड़ा ही गहरा प्रभाव पड़ा और वे शीघ्र ही इन दोनों क्षेत्रों में पारंगत हो गए। बाद में इन्हीं कहानियों को उन्होंने पंचतन्त्र के नाम से पांच समूहों में प्रकाशित किया। जो उनकी ख्याति का आधार बने। 

No comments:

Post a Comment

कहानी | बीस साल बाद | ओ. हेनरी | Kahani | Bees Saal Baad | O. Henry

ओ. हेनरी कहानी - बीस साल बाद  वीडियो देखें एक पुलिस अधिकारी बड़ी फुरती से सड़क पर गश्त लगा रहा था। रात के अभी मुश्किल से 10 बजे थे, लेकिन हल्क...