शरद का सुंदर नीलाकाश
निशा निखरी, था निर्मल हास
बह रही छाया पथ में स्वच्छ
सुधा सरिता लेती उच्छ्वास
पुलक कर लगी देखने धरा
प्रकृति भी सकी न आँखें मूँद
सु शीतलकारी शशि आया
सुधा की मनो बड़ी सी बूँद!
Washington Irving Short Story - The Legend of Sleepy Hollow 𝑭𝒐𝒖𝒏𝒅 𝒂𝒎𝒐𝒏𝒈 𝒕𝒉𝒆 𝒑𝒂𝒑𝒆𝒓𝒔 𝒐𝒇 𝒕𝒉𝒆 𝒍𝒂𝒕𝒆 𝑫𝒊𝒆𝒅𝒓𝒆𝒄𝒉 ...
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